Mangal Pradosh Puja Method

मंगल प्रदोष पूजा हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण रीति–रिवाज है जो भगवान शिव की पूजा के रूप में की जाती है। इस पूजा को हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रति मास में दो बार किया जाता है, एक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को और एक मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को। […]

Mangal Pradosh Puja Method Read More »

Basant Panchami 2024: History, significance and Auspicious beginning

Saraswati Puja, another name for Basant Panchami, is a Hindu festival that marks the arrival of spring. It is observed on the fifth day of the Hindu month of Magha, which usually occurs in January or February, during the bright fortnight. India and Nepal celebrate the colourful and joyous festival of Basant Panchami with great

Basant Panchami 2024: History, significance and Auspicious beginning Read More »

Is Online Mahamrityunjay puja effective to remove obstacles of life?

Meaning “victory over great death,” the Mahamrityunjay mantra is a potent chant that is highly regarded in Hinduism for its ability to ward off negativity, grant longevity, and overcome obstacles. Mahamrityunjay puja in ujjain, among other online pujas, have become more and more popular in this era of digital convenience. However, is executing a virtual

Is Online Mahamrityunjay puja effective to remove obstacles of life? Read More »

भस्म आरती का क्या महत्व है?

भस्म आरती का क्या महत्व है? भस्म आरती, भगवान शिव की पूजा में एक विशेष रूप से की जाने वाली प्रथा है जो हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह पूजा भक्तों के द्वारा अनुस्ष्ठित की जाती है और इसमें भस्म का विशेष महत्व होता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि भस्म आरती

भस्म आरती का क्या महत्व है? Read More »

तंत्र में महाकाल का महत्व।

तंत्र में महाकाल का महत्व। तंत्रशास्त्र, एक अद्वितीय और गहन शास्त्र है जो भौतिक और आध्यात्मिक विकास की दिशा में मार्गदर्शन करता है। इस शास्त्र के माध्यम से मानव जीवन को संतुलित रखने, सुख-शांति की प्राप्ति करने और आत्मा के अद्वितीयता की प्राप्ति के लिए कई साधनाएं बताई गई हैं। महाकाल, तंत्रशास्त्र में एक महत्वपूर्ण

तंत्र में महाकाल का महत्व। Read More »

भोगोलिक और ज्योतिष दृष्टिकोण से उज्जैन का महत्व

भोगोलिक और ज्योतिष दृष्टिकोण से उज्जैन का महत्व उज्जैन, मध्यप्रदेश राज्य के पश्चिमी हिस्से में स्थित एक प्राचीन नगर है जिसका महत्व भोगोलिक और ज्योतिष दृष्टि से है। यह नगर अपनी प्राचीनता, सांस्कृतिक विरासत, और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। इस नगर को भारतीय भूगोल में महत्वपूर्ण स्थानों में से एक माना जाता है,

भोगोलिक और ज्योतिष दृष्टिकोण से उज्जैन का महत्व Read More »

महाकाल कौन है, क्यों नाम पड़ा महाकाल ?

महाकाल कौन है, क्यों नाम पड़ा महाकाल ? महाकाल, भगवान शिव के एक प्रमुख रूप हैं, जो हिन्दू धर्म में सभी कालों के प्रभु के रूप में पूजे जाते हैं। उन्हें ‘महाकाल’ कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है ‘भयानक काल’ या ‘महाकाल’। इस प्रमुख शिवरूप के पीछे विशेष अर्थ और महत्व हैं, जो भक्तों

महाकाल कौन है, क्यों नाम पड़ा महाकाल ? Read More »

महाकाल की शिवलिंग में पूजा क्यों होती है।

महाकाल की शिवलिंग में पूजा क्यों होती है। महाकाल, भगवान शिव के एक प्रमुख रूपों में से एक हैं जिन्हें भक्तिभाव से ‘महाकाल’ कहा जाता है। महाकाल का अर्थ होता है ‘भयानक काल’ या ‘महाकाल’ जो की समय का निर्दिष्टकर्ता है। वे जीवन के समस्त पहलुओं का निर्माण, स्थिति और संहार करने वाले हैं। इस

महाकाल की शिवलिंग में पूजा क्यों होती है। Read More »

When And How To Perform Rudrabhishek Puja?

Rudrabhishek Puja is a highly honored ritual in Hinduism that is devoted to Lord Shiva, a prominent deity connected to both transformation and destruction. By repeating Vedic mantras and presenting different objects to the Shivlinga, a representation of Lord Shiva, this puja is a means to ask Lord Shiva for blessings. Timing of Rudrabhishek Puja:

When And How To Perform Rudrabhishek Puja? Read More »

What are the benefits of the Mahamrityunjaya Mantra?

Another name for the Mahamrityunjaya Mantra is the Maha Mrityunjaya Mantra. It is a powerful Sanskrit mantra known as the Mahamrityunjaya Mantra is said to offer significant advantages for one’s physical and spiritual health. It is regarded as one of the most significant mantras in Hinduism and is frequently performed by people who want to

What are the benefits of the Mahamrityunjaya Mantra? Read More »