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Tejashwi Yadav Birth Chart: Horoscope with Kundli

Tejashwi Yadav Birth Chart: Horoscope with Kundli

Tejashwi Yadav Birth Chart: Horoscope with Kundli reveals not just a young political leader but also a personality rich with astrological significance. According to AstroVijay – the best Pandit in Ujjain.

Tejashwi Yadav Birth Chart: Horoscope with Kundli contains multiple powerful planetary combinations, Raj Yogas, and auspicious alignments that contribute to his leadership strength and political potential.


जन्म विवरण:

  • जन्म तिथि: 9 नवंबर 1989

  • समय: दोपहर 2:00 बजे (स्थानीय समय)

  • स्थान: गोपालगंज, बिहार

  • लग्न राशि: कुंभ

  • चंद्र राशि: कुंभ

  • नक्षत्र: पूर्वा भाद्रपद

लग्न और चंद्रमा की स्थिति:

तेजस्वी यादव की जन्म कुंडली तेजस्वी का लग्न कुंभ और चंद्रमा भी कुंभ में स्थित है। इससे स्पष्ट होता है कि वे स्वतंत्र सोच वाले, दूरदर्शी, रहस्यवादी और मानवीय मूल्यों से प्रेरित नेता हैं। पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में जन्म लेना उन्हें आध्यात्मिक झुकाव और विवेचनात्मक क्षमता देता है।

सूर्य की स्थिति (तुला राशि):

सूर्य नवम भाव में तुला राशि में नीच का है। इससे एक ओर जहां उनके पिता के साथ मतभेद या स्वास्थ्य समस्याएं इंगित होती हैं, वहीं दूसरी ओर सूर्य सप्तमेश भी है—जिससे विवाह के बाद भाग्यवृद्धि और मान-सम्मान का संकेत है। यह राजयोग की ओर भी इशारा करता है, विशेषकर नेतृत्व क्षमता में।

मंगल की स्थिति (तुला राशि):

मंगल का तुला राशि में नवम भाव में स्थित होना उन्हें साहसी, महत्वाकांक्षी और संघर्षशील बनाता है। लेकिन यह क्रोध और भाई-बहनों से मतभेद भी ला सकता है। फिर भी यह दशमेश होने के नाते नवम में स्थित होकर राजयोग देता है—जो उन्हें प्रसिद्धि और धन प्रदान करता है।

बुध की स्थिति (तुला राशि):

बुध भी नवम भाव में स्थित होकर उन्हें वक्तृत्व, लेखन, और रणनीति में दक्ष बनाता है। पंचमेश और अष्टमेश होकर यह मिश्रित फल देता है—एक ओर पुत्र योग और विद्या में सफलता, दूसरी ओर विवादों की आशंका।

गुरु की स्थिति (मिथुन राशि):

बृहस्पति पंचम भाव में बैठकर उन्हें विद्वता, राजनीतिक विवेक और बच्चों की ओर से सुख प्रदान करता है। 11वें और 2वें भाव का स्वामी होने के नाते यह आय, मान-सम्मान और वाकपटुता को बढ़ाता है।

शुक्र की स्थिति (धनु राशि):

शुक्र 11वें भाव में होने के कारण मित्रों की सहायता, सामाजिक सफलता और विलासितापूर्ण जीवन देता है। यह उन्हें जनता से जुड़ने का प्राकृतिक गुण देता है। 4वें और 9वें भाव का स्वामी होने के नाते माता और पिता दोनों से जुड़ी शुभता देता है।

शनि की स्थिति (धनु राशि):

शनि भी 11वें भाव में है और यह उन्हें दीर्घायु, मेहनती और व्यावसायिक सफलता प्रदान करता है। लग्नेश और 12वें भाव का स्वामी होने के कारण यह खर्च और लाभ दोनों को संतुलित करता है।

राहु और केतु की धुरी:

  • राहु मकर में (धनिष्ठा नक्षत्र): इन्हें समाज में तेजी से ऊँचाई तक पहुँचाने वाला।

  • केतु कर्क में (अश्लेषा नक्षत्र): यह कई बार मन में द्वंद्व, अकेलापन और अस्थिरता पैदा करता है।

विशेष योग और निष्कर्ष:

  1. राजयोग – दशमेश मंगल का नवम में, पंचमेश बुध का नवम में, और गुरू का पंचम में होना अद्भुत संयोजन है।

  2. भाग्येश की शक्ति – नवमेश शुक्र का 11वें में बैठना उन्हें राजकीय सहयोग और नेटवर्किंग में सफलता दिलाता है।

  3. पब्लिक सपोर्ट योग – शुक्र और शनि का 11वें में होना उन्हें जनसमर्थन और भीड़ जुटाने की कला में निपुण बनाता है।

राजनीतिक करियर का भविष्य:

तेजस्वी यादव की कुंडली अनुसार, उनका जीवन राजनीति में और भी अधिक उन्नति की ओर अग्रसर है। आने वाले वर्षों में शनि की महादशा (शनि 12वें का स्वामी है, लेकिन लग्नेश भी है) उन्हें संघर्षों के साथ निर्णायक मोड़ पर ले जाएगी। यदि वे संतुलन और नीति का पालन करें, तो उन्हें मुख्यमंत्री पद तक का भी योग दिखाई देता है।

निष्कर्ष:

तेजस्वी यादव की कुंडली राजनैतिक क्षेत्र में चमकने वाले सितारे की है, जिसमें संघर्ष, आत्मबल, और जनसमर्थन के योग प्रमुख हैं। AstroVijayउज्जैन के सर्वश्रेष्ठ पंडित—के अनुसार उनकी कुंडली में कई ऐसे ग्रहयोग हैं जो उन्हें भारत के भविष्य के राजनेताओं में ऊँचा स्थान दिला सकते हैं।

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