रुद्राक्ष धारण विधि रुद्राक्ष धारण करने की शास्त्रों में अनेक विधियाँ बताई गयी हैं । यहाँ हम इस विषय में अधिक विस्तार में न जाकर साधारण रूप से रुद्राक्ष धारण विधि का वर्णन कर रहे हैं। रुद्राक्ष धारण करने की साधारण विधि निम्नप्रकार है । (1) प्रत्येक रुद्राक्ष को सोमवार के दिन प्रातः काल नित्य कर्म से निवृत्त हो कर शिव मंदिर अथवा घर के पवित्र कक्ष में बैठकर, गंगाजल और कच्चे दूध से धोकर उपर्युक्त मंत्रों का जाप करके धारण किया जा सकता है। (2) रुद्राक्ष को लाल, काले या सफेद धागे में अथवा सोने या चाँदी की चेन या चाँदी की चेल में डालकर धारण किया जा सकता है। (3) यदि कोई व्यक्ति रुद्राक्ष के उपर्युक्त मंत्रों का शुद्ध उच्चारण करने में असमर्थ हो तो वह पंचाक्षर मंत्र ( ॐ नमः शिवाय) का जाप करते हुए रुद्राक्ष पर बेलपत्र से 108 बार गंगाजल छिड़क कर भी उसे धारण कर सकता है। (4) एक बार अभिमंत्रित किये गये रुद्राक्ष को धारण करने के एक वर्ष पश्चात उसे पुनः अभिमंत्रित कर लेना चाहिए।