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श्री गुरुचरणकमलेभ्यो नम

श्री गुरुचरणकमलेभ्यो नमः दिनांक 8 मार्च 2024 को श्री महाशिवरात्रि है इस दिन मध्य रात्रि 12:13 से 1:02 तक (निशीथ काल ) की अवधि में चतुर्दशी तिथि है, जबकि अगले दिन 9 मार्च को सायं 06:19 तक ही चतुर्दशी तिथि रहेगी | “सा ( शिवरात्रिः) निशीथ व्यापिनी ग्राह्य | ” (धर्मसिंधुः ) | अतएव शुक्रवार […]

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The Mantras and Chants Used in Rudrabhishek Puja: Meaning and Importance

Chanting powerful mantras and prayers is a part of the ancient Vedic ritual known as Rudrabhishek Puja, which is performed in honor of Lord Shiva. These sounds are extremely important in the worship of the divine and have profound spiritual meaning. This blog explores the significance and meaning of the mantras and chants used in

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Significance and Benefits of Mahamrityunjay Puja

Hinduism places great emphasis on Mahamrityunjay Puja, a potent ceremony honoring Lord Shiva, the ultimate deity of transformation and destruction. Invoking the blessings of Lord Shiva in his form as “Mrityunjaya,” or the conqueror of death, is the purpose of this holy ceremony. In this blog, we explain the profound spiritual, mental, and physical benefits

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पांच रिनों से हल्दी, चनादाल, सेहद, तिल, अर्पण करके मुक्ति पा सकते हैं

प्राचीन समय से ही भारतीय संस्कृति में विभिन्न प्रयोगों की श्रेणी मानी गई है, जो शारीरिक, आध्यात्मिक और सामाजिक हर मानव के लिए महत्वपूर्ण होती है। इन प्रयोगों में से एक हैं पांच रिनों के मुक्ति का उपाय। हल्दी, चनादाल, सेहद, तिल, और अर्पण – ये पांच उपाय हैं जो अपनाकर व्यक्ति अपने ऋणों से

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ऋणमुक्तेश्वर: राजा हरिश्चंद्र विशमैत्र द्वारा कर्ज मुक्त पिलिपूजा और उसके विशेष दिन

ऋणमुक्तेश्वर मंदिर, उज्जैन, एक प्राचीन और महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जो भारतीय संस्कृति की धरोहर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस मंदिर का नाम राजा हरिश्चंद्र विशमैत्र द्वारा कर्ज मुक्त पिलिपूजा के विशेष दिनों के अनुसार होता है। यहां प्रतिदिन और विशेष दिनों पर शनिवार, मंगलवार, गुरुवार और पूर्णिमा को पिलिपूजा की विधि अनुसार पूजन

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शत्रुओं के विरुद्ध विजय प्राप्ति उज्जैन में बगलामुखी साधना और धाम का महत्व

उज्जैन नगर में स्थित बगलामुखी धाम एवं नालखेड़ा एक प्रमुख साधना स्थल है, जहां शत्रुओं से छुटकारा प्राप्त करने के लिए पूजन-जाप किया जाता है। बगलामुखी साधना का महत्व और इसके अनुष्ठानों का विस्तार समझने के लिए हमें इसे गहराई से समझने की आवश्यकता होती है। इस ब्लॉग में, हम बगलामुखी साधना के महत्व को

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विक्रांत भैरव: उज्जैन के 8 भैरवों के चमत्कारिक स्वरूप और कर्जमुक्ति, विवाद से मुक्ति के महत्वपूर्ण स्रोत

भारतीय संस्कृति में धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों का गहरा महत्व है, और उज्जैन के विक्रांत भैरव के 8 भैरवों का अत्यधिक महत्व है। यहाँ, ये अद्भुत स्थान न केवल चमत्कारिक रूप से माने जाते हैं, बल्कि विविध समस्याओं जैसे कर्ज और विवाद से मुक्ति प्राप्त करने के महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में भी प्रस्तुत होते

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शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर क्या चढ़ाने से क्या फल मिलता है, आय जाने !

भारतीय संस्कृति में शिवरात्रि का विशेष महत्व है, जो परम शिव की पूजा और आराधना के लिए समर्पित है। यह उत्सव हर वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा, अर्चना, और व्रत का महत्व होता है। लोग इस दिन अपनी शिवलिंग पर विभिन्न

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मेष राशि में मंगल-राहु की युति: प्रत्येक राशि पर प्रभाव

मंगल और राहु की युति को वैदिक ज्योतिष में बड़ा महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह ग्रहों के विशेष प्रभाव को एक साथ मिलाकर विशेष रूप से संज्ञान में आता है। मंगल का प्रतिनिधित्व क्रियाशीलता, साहस, और ऊर्जा के साथ होता है, जबकि राहु अन्तरात्मा के अद्वितीयता, उत्कृष्टता, और अनोखेपन का प्रतीक है। मेष राशि

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वैदिक ज्योतिष में वक्री ग्रह

वैदिक ज्योतिष एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो ब्रह्मांड में चल रहे गतिशीलता का अध्ययन करता है। इस विज्ञान का आधार प्राचीन ऋषियों और महापुरुषों के अनुभवों, ध्यान, और ध्यान से निर्मित है। वैदिक ज्योतिष अपनी शास्त्रीय प्रकारिति में अपने विविध उपग्रहों, नक्षत्रों, और ग्रहों के संबंध का अध्ययन करता है। ग्रहों का महत्व वैदिक

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